ram mandir pandit dress

अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी अब पहनेंगे चौबंदी और पीली पगड़ी, मोबाइल का इस्तेमाल भी बैन!

अयोध्या के भव्य राम मंदिर में पुजारियों के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है, जिससे मंदिर की मर्यादा और अनुशासन को और सुदृढ़ किया जा सके। राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने यह कदम उठाते हुए सभी पुजारियों के लिए विशेष वेशभूषा निर्धारित की है। अब पुजारी पीली चौबंदी, सफेद धोती, और सिर पर पीली पगड़ी पहनकर ही रामलला की पूजा-अर्चना करेंगे।

नए ड्रेस कोड में चौबंदी पर राम जन्मभूमि का लोगो भी लगाया गया है। यह लोगो पुजारियों की पहचान को और विशिष्ट बनाता है। ट्रस्ट ने सभी पुजारियों को इस वेशभूषा के दो-दो सेट उपलब्ध कराए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी पुजारी एक समान ड्रेस में रहें, जिससे मंदिर में एकरूपता और अनुशासन बना रहे।

मल्टीमीडिया फोन पर रोक एवं गर्भगृह में सख्त नियम

मंदिर प्रशासन ने पुजारियों के लिए मल्टीमीडिया फोन का उपयोग भी पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। यह कदम मंदिर की पवित्रता और ध्यान केंद्रित पूजा-अर्चना को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।गर्भगृह में सेवा देने वाले पुजारियों के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं। वे गर्भगृह में रहकर अपनी सेवाएं देंगे और बाहर नहीं निकलेंगे। यदि उन्हें किसी कारणवश बाहर आना पड़ा या किसी को स्पर्श करना पड़ा, तो उन्हें स्नान करना अनिवार्य होगा। यह व्यवस्था गर्भगृह की पवित्रता को बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है।

मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि हर मंदिर की अपनी एक पहचान होती है। राम मंदिर की विशिष्ट पहचान को बनाए रखने के लिए यह ड्रेस कोड लागू किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट की ओर से लागू किए गए इन नियमों से पुजारियों की जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने में मदद मिलेगी।

राम मंदिर में कुल 14 पुजारी सेवा देते हैं, जिन्हें दो समूहों में बांटा गया है। हर समूह में सात पुजारी होते हैं, जो बारी-बारी से अपनी ड्यूटी निभाते हैं। इस ड्रेस कोड और अनुशासन के जरिए मंदिर में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है।

यह बदलाव मंदिर की मर्यादा, अनुशासन और पवित्रता को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के इस निर्णय को श्रद्धालुओं और समाज में सराहना मिल रही है।

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