जयपुर एयरपोर्ट, जो की इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तौर पर जाना जाता है, वहां से अब पूर्वी दिशा में फ्लाइट्स की शुरुआत हो रही है। यह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यात्रियों को अब पश्चिमी दिशा में जाने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जयपुर एयरपोर्ट के संचालकों ने इस समस्या को हल करने के लिए कई उपाय अपनाए हैं। इसका उदाहरण है मलेशिया के लिए उड़ानों की शुरुआत की घोषणा, जो पूर्व में कोविड के कारण बंद कर दी गई थी।
इस समय, जयपुर एयरपोर्ट से केवल चार उड़ानें इंटरनेशनल रूप से संचालित हो रही हैं, जो दुबई, शारजाह, थाईलैंड और मस्कट के लिए हैं। लेकिन अब इसे विस्तारित करने की कोशिश की जा रही है, जैसे की कुआलालाम्पुर के लिए एक नई उड़ान की घोषणा की गई है। इसके अलावा, एक और उड़ान के लिए संचालित करने की योजना बन रही है, जो सिंगापुर के लिए होगी।
यहाँ तक कि कुआलालाम्पुर के लिए उड़ान की तारीख भी निर्धारित हो गई है, जो 21 अप्रैल को होगी। इस उड़ान को निजी एयरलाइंस कंपनी संचालित करेगी, जिसका समय सारणी में शामिल किया गया है। इस बढ़ते हुए इंटरनेशनल कनेक्टिविटी के माध्यम से, यात्रियों को अब जयपुर से सीधे पश्चिमी दिशा में जाने का सुविधाजनक विकल्प मिलेगा। लेकिन, कुआलालाम्पुर की उड़ान के बारे में अनुमान है कि यह कोविड के बदलते परिस्थितियों के चलते नियमित नहीं चलेगी।
जयपुर एयरपोर्ट पर इस तरह की नई उड़ानों के साथ, यात्रियों को अब अधिक विकल्प मिलेंगे, लेकिन इसके बावजूद वहां से अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइटों की संख्या अभी भी कम है। इस बारे में और अधिक निर्दिष्ट जानकारी के लिए, कुआलालाम्पुर की उड़ान के बाद की योजना का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल, जयपुर से पश्चिमी दिशा में उड़ानों की संख्या में कोई विशेष बढ़ोतरी नहीं हुई है, जो यात्रियों के लिए ए